Thomas Edison Biography in hindi
थॉमस एडिसन की रोचक बातें
हेलो नमस्ते
आपको हम दुनिया के महान विज्ञानिक जीवन के बारे में और उनके जीवन से जुड़ी खास बातों के बारे में बताएंगे | थॉमस एडिसन जिन्होंने बल्ब का अविष्कार किया था और पूरी दुनिया को रौशनी दी उनका पूरा नाम थॉमस एल्वा एडिसन है और उनका जनम..... 11 फरवरी 1847 को अमेरिका के मिलान शहर में हुआ था और उनके पिता का नाम samuel Edison था | थॉमस एडिसन ने कभी किसी काम को लेकर हार नहीं मानी और उन्होंने अपने काम में तब तक हर नहीं मानी जब तक वो उस का में सफल न हो गए | थॉमस एडिसन ने बल्ब के आलावा बोहत से अविष्कार किये है जिन्होंने हमारी ज़िन्दगी को बोहत ही आसान कर दिया | थॉमस एडिसन दुनिये में चल रही हर एक चीज़ के पीछे का कारन जानने चाहते थे | वो अपने टीचर से भी अजीब सवाल पूछते रहते थे जिसकी वजह से उनको उनके टीचर भी मद्बुद्धि समझते थे |
Thomas Edison Biography in hindi
Thomas Edison Biography in hindi
1. थॉमस एडिसन ने अपने जनम करीब 4 साल तक बोलना शुरू किया था
2. थॉमस एडिसन जब स्कूल में पड़ते थे तो उनका पढ़ाई में बिलकुल ध्यान नहीं लगता था इसलिए थॉमस की टीचर ने उनसे उनकी माँ को स्कूल में बुलाया और उनकी माँ को थॉमस के
बारे में बताया फिर तब से उनकी माँ ने उनको घर में ही पढ़ाने का फैसला किया |
3. थॉमस एडिसन को उनकी माँ ने एक रसायन विज्ञान की एक पुस्तक दी थी जिस को पड़ कर वो घर में ही प्रयोग करते रहते थे और उन्होंने 10 साल की उम्र में घर पर एक प्रयोगशाला
बनाई थी जिस में वो तरह तरह एक्सपिरेमेंट करते रहते थे |
4. एक बार थॉमस की माँ ने उनकी प्रयोगशाला का समान बाहर फेंक दिया था और उनको नई प्रयोगशाला के लिए पैसो की जरूरत पड़ी इसलिए उन्होंने अख़बार बेचने का काम किया |
5. थॉमस एडिसन ने एक ट्रेन के खाली डब्बे में अपनी छोटी सी प्रयोगशाला बनाई |
Thomas Edison Biography in hindi
6. एक बार ट्रेन के डब्बे में कुछ प्रयोग करते समय उनके रसायन गिर गए जिसकी वजह से ट्रेन के डब्बे में आग लग गयी और तभी वहा के एक कर्मचारी ने थॉमस को एक जोर से थपड
मारा जिसकी वजह से थॉमस को काम सुनाई देने लग गया |
7. थॉमस ने अपने कम सुनाई देने को एक सकरात्मक साइड से देखो और उन्होंने समजा की अब उनको दुनिया की फालतू चीज़ो के बारे में सुनना नहीं पड़ेगा और अपने काम में ज्यादा
ध्यान दे सकेंगे |
8. थॉमस ने अपनी पहली लैब 1876 में कैलिफ़ोर्निया में शुरू की थी जिसमे उन्होंने अपने जीवन के बड़े बड़े एक्सपेरिमेंट किये थे
9. 1879 में थॉमस ने एक बल्ब बनाया था जिसमे वो 10000 बार असफल भी हुए थे और वो बिना हार मने काम करते और आखिर उनको सफलता मिल गयी |
थॉमस के सकरात्मक विचार
थॉमस एडिसन को जब पूछा गया की आप 10000 बार असफल होने के बाद में भी अपने काम में कैसे लगे रहे तब उन्होंने कहा की वो असफल नहीं हुए बल्कि उन्होंने 10000 ऐसे तरीके निकले जो काम नहीं करते
10. थॉमस जब स्कूल में थे तो उनकी टीचर ने उनको एक खत अपनी माँ को देने को कहा था | उन्होंने खत अपनी माँ को दिया और उनकी माँ ने थॉमस को खत पड़ कर सुनाया की
आपका बेटा पढ़ाई में बोहत हुशियार है और थॉमस को पढ़ाने के लिए हमारे स्कूल उस लायक नहीं है लेकिन उस खत में असल में लिखा था की थॉमस एक मदबुद्धि बचा है और हम
थॉमस को नहीं पड़ा सकते उनकी माँ के झूठ ने थॉमस को एक बोहत बड़ा जीनियस बना दिया
वो खत थॉमस तब मिला जब वो एक बड़े जीनियस बन गए थे और उनको उनकी माँ की मृत्यु हो गयी थी |
थॉमस एडिसन से हमे ये बात सीखनी चाहिए की अपने काम में एक बार असफल होने के बाद हमे वो काम करते रहना चाहिए जब तक हम उस काम सफल नहीं हो जाते हमे कभी हार नहीं माननी चाहिए
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